देश की प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली चैंपियनशिप खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मददगार रहे हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के के लिए बेहतर प्रशिक्षण के लिए भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की मदद को बढ़ाने की जरूरत है।हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के कार्यक्रम से इतर बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने यहां कहा कि पिछले तीन-चार सालों से भारत में बैडमिंटन का अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला है। इसमें कुछ खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं जिसके नए उदाहरण राष्ट्रमंडल खेलें अैर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में सायना नेहवाल के रूप में सामन हैं। गुट्टा का कहना था कि भारत में बैडमिंटन प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बल्कि उन्हें खोजने के प्रयास तेज करके प्रायोजकों को उनकी मदद के लिए आगे आने की जरूरत है। उन्होंने क्रिकेट की तरह बैडमिंटन को स्कूल, जिला व राज्य स्तर पर प्रोत्साहन देने के लिए कोच उपलब्ध कराए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर अधिक से अधिक बैडमिंटन टूर्नामेंट कराने के लिए भी प्रायोजकों को हर स्तर पर मदद देने के लिए तत्पर रहना जरूरी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए ज्वाला गुट्टा न विदेशी कोच की भी वकालत की और कहा कि जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर नियमित रूप से टूनार्मेंटों का आयोजन भी बैडमिंटन के नए खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय दर्जे पर लाने के लिए मददगार साबित होगा। अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर ज्वाला गुट्टा ने कहा कि उसकी विश्वस्तर पर गिरती रैंकिंग का कारण उसका खराब प्रदर्शन बेमाने है, जबकि हकीकत यह है कि कई बैडमिंटन टूर्नामेंटों में हिस्सा न लेने के कारण रैंकिंग नीचे आई है। भारत की स्टार युगल खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि उसने अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर राष्ट्रमंडल खेलों की महिला युगल स्पर्धा का स्वर्ण जीता था। ज्वाला ने कहा कि वह राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की तैयारी के लिए उससे पहले काफी टूनार्मेंटों में नहीं खेल सकी और उसके बाद भी किन्हीं कारणवश उसने विश्राम लिया है जिसके कारण रैंकिंग गिरी है। लेकिन ज्वाला कहती हैँ कि लगभग एक महीने के विश्राम के बाद वह अब अपने आपको तरोताजा महसूस कर रही हैं और वह अब शीघ्र ही ओलंपिक की तैयारियों के लिए अभ्यास करने में व्यवस्त हो जाएगीं। ज्वाला मिश्रित युगल में वी. दीजू को अपना सबसे बेहतर जोड़ीदार मानती हैं और वह अश्विनी पनप्पा के साथ भी मिश्रित युगल मैच खेलना पसंद करेंगी। गौरतलब है कि ज्वाला ने अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर राष्ट्रमंडल खेलों की महिला युगल स्पर्धा का स्वर्ण जीता था लेकिन इस दोनों की इस स्पर्धा में विश्व रैंकिंग 30 तक गिर गई है जबकि इसी साल यह जोड़ी छठे नंबर पर भी काबिज थी। दूसरी तरफ वी. दीजू के साथ मिश्रित युगल में भी वह 40वें पायदान पर खिसक गई है। वी. दीजू के साथ इस साल वह छठे नंबर पर थी।
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