मंगलवार, 23 नवंबर 2010

हरियाणा पवैलियन में सौर ऊर्जा

अंतर्राष्ट्रीय मेले की थीम में आगे
ओ.पी. पाल
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम सौर ऊर्जा की वैकल्पिक व्यवस्था और तकनीकी जानकारी को हरियाणा पवैलियन में जिस प्रकार से प्रदर्शित किया गया है उसमें जीवन के पांच तत्वों अग्नि, वायु, जल, आकाश और पृथ्वी के मिश्रण का फोकस है। वहीं हरियाणा की संस्कृति तथा राज्य में हर क्षेत्र में विकास को विस्तारित जानकारी के साथ संजोया गया है। राष्ट्रमंडल खेलों में दो तिहाई पदक हरियाणा के जिन खिलाड़ियों ने बटोरे हैं उनके फोटो भी पवैलियन में फोकस किये गये हैं। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा पवैलियन दर्शकों को आकर्षित कर रहा है।
यहां प्रगति मैदान में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा पवैलियन को सजीव आकार दिया गया है, जिसमें मेले की थीम ऊर्जा की बचत में सौर ऊर्जा के वैकल्पिक उपयोग तथा उसकी तकनीकी जानकारी को प्रमुख रूप से दर्शाया गया है यानि हरियाणा पवैलियन के बाहर ही प्रवेश द्वार तथा निकास द्वार तक सौर ऊर्जा को तकनीकी जानकारी के साथ उपकरणों से सजाया गया है, तो वहीं हरियाणा की संस्कृति की झलक भी इस बाहरी साजसज्जा में नजर आ रही है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क परिवहन और स्वच्छ जल व स्वच्छ ग्रामीण की झलक शामिल है। पवैलियन में प्रवेश करते ही हरियाणा राज्य की सरकार की उपलब्धियों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, कृषि, विज्ञान प्रौद्योगिकी, औद्योगिक विकास, सामाजिक, आर्थिक, आवास, सड़क और अन्य विकास की झलकियां सचित्र विवरण के साथ प्रदर्शित की गई हैँ। वहीं हरियाणा हार्टिकल्चर पंचकूला ने एक स्टाल के जरिए मेले में आने वाले दर्शकों को हार्टिकल्चर और आधुनिक बीज की जानकारी देने की व्यवस्था की है। सौर ऊर्जा और तकनीकी जानकारी के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों में जिन हरियाणा के 32 खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक हासिल किये हैं उनके चित्रों को मुख्य फोकस में रखकर यह संदेश दिया है कि सरकार हरियाणा में खेल नीति को कितनी मजबूती से बढ़ावा दे रही है उसी का नतीजा है कि राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के हिस्से में आए 101 पदकों में दो तिहाई हिस्सेदारी हरियाणा के खिलाड़ियों की है। वहीं पर्वतारोहण में हरियाणा की ममता सौदा के चित्र को विशेष स्थान दिया गया है जिसने एवरेस्ट की चोटी फतह करके राज्य को एक नई पहचान दी है। पवैलियन में प्रतिदिन सेमीनार आयोजित किये जा रहे हैं जिनमें ऊर्जा संरक्षण, उसकी खपत कम करने की उन्नत तकनीक, परिवहन में ऊर्जा की बचत, स्वच्छ व ऊर्जा खपत कम करने वाले उपकरणों की जानकारी, उनकी सेवाओं की संभावनाएं, बिजली यंत्रों का ऊर्जा बचत के लिए आधुनिकीकरण, ऊंची इमारतों में ऊजा रोधी उपकरणों का प्रयोग तथा ऊर्जा बचत करने वाले उपकरणों की उपयोगिता जैसे विषय रखे गये हैं जिसमें इस विषय के विशेषज्ञ अपना मत रख रहे हैं। हरियाणा पवैलियन में हरियाणा की कला और शिल्पकला तथा देहात की परंपरा को भी हरियाणा के उत्पाद दर्शा रहे हैं। पवैलियन के अधिकारी सुरेश शर्मा का कहना है कि इस पवैलियन में हरियाणा सरकार ने ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए सौर ऊर्जा को वैकल्पिक तौर पर उपयोग करने में जो उपलब्धि हासिल की है उसके यमुनानगर, खेदड के प्लांट को भी दिखाया है तो वहीं फरीदाबाद व गुडगांव तक मैट्रो रेल सेवा को प्रदर्शित किया गया है। इसी प्रकार हरियाणा के विकास के साथ सामाजिक विकास की योजनाओं का भी प्रदर्शन किया गया है।

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