गुरुवार, 11 नवंबर 2010

गिर ही गई कलमाडी व चव्हाण पर गाज

ओ.पी. पाल
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत छोडते ही कांग्रेस हाईकमान ने राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार और मुंबई में आदर्श सोसायटी घोटाले से जुड़े राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण पर कार्यवाही रूपी तलवार चलाते हुए उनसे इस्तीफे ले लिये। इन दोनों नेताओं पर भ्रष्टाचार के मामले में यह गाज गिरी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण मुंबई में आदर्श सोसायटी के आवंटन में हुए कथित घोटाले से जुड़े हैँ तो सुरेश कलमाड़ी का नाम राष्टÑमंडल खेलों की तैयारी में हुए भ्रष्टाचार के साथ जुड़ा रहा है। इन दोनों मामलों को लेकर कांग्रेस की अच्छी खासी फजीहत हो रही थी, लेकिन पहले राष्टÑमंडल खेलों का आयोजन करना और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा को लेकर कांग्रेस चाहते हुए भी इन दोनों नेताओं के खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में नहीं ला सकी, लेकिन बराक ओबामा के भारत छोड़कर इंडोनेशिया रवाना होने के कुछ घंटे बाद ही कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी की साख बचाने के प्रयास में इन दोनों नेताओं पर ऐसी गाज गिराई कि सुरेश कलमाड़ी को कांग्रेस संसदीय दल के सचिव पद तथा अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का आदेश दिया। दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के इस आदेश का पालन करते हुए अपने-अपने इस्तीफे दे दिये हैं। कांग्रेस के महासचिव एवं मीडिया प्रभारी जनार्दन द्विवेदी के अनुसार राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते सुरेश कलमाडी से इस्तीफा देने को कहा गया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कलमाड़ी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। समझा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने कलमाडी और चव्हाण का अब और बचाव न करने का फैसला कर दोनों को इस्तीफा लेना ही बेहतर समझा। हालांकि चव्हाण पहले ही अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं,लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मुंबई दौरा पहले से निर्धारित था इसलिए अब तक उनका बचाव किया गया। जहां सुरेश कलमाडी के संसदीय दल के सचिव पद से दिये गये इस्तीफे को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंजूर कर लिया है, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अशोक चव्हाण की अर्जी को स्वीकार करते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने उन्हें नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक अपने पद पर काम करने को कहा है।
गौरतलब है कि सुरेश कलमाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी में हुए व्यापक भ्रष्टाचार के कारण कांग्रेस की किरकीरी का कारण बने तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण मुंबई के कोलाबा इलाके में आदर्श आवासीय सोसायटी की योजना के तहत कारगिल शहीदों की विधवाओं एवं परिजनों के लिए बनाए गये फ्लैटों के आवंटन में हुए कथित घोटाले में चर्चा में आए, जिसमें उनके परिजनों को भी फ्लैट आवंटित किये गये थे। इन दोनों मामलों पर कांग्रेस पार्टी की साख को बट्टा लग रहा था, जिसमें विपक्ष के हमलों से बचने के लिए कांग्रेस हाई कमान ने तेजी से कार्यवाही करते हुए इन दोनों नेताओं के खिलाफ यह कार्यवाही की है। हालांकि इन मामलों की जांच वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी और रक्षा मंत्री एके एंटोनी की समिति कर रही है, लेकिन विपक्षी दल इपर राजनीति फायदा उठाने का मौका तलाश ही रहे थे कि कांग्रेस ने दोनों नेताओं पर गाज गिराकर विपक्ष के तेवरों को नरम कर दिया है। हालांकि राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार को लेकर विपक्षी दलों ने दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एस. जयपाल रेड्डी, खेल मंत्री एमएस गिल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीमती अंबिका सोनी पर भी विपक्षी दलों का निशाना है, जिनके इस्तीफे की विपक्षी दल पहले ही मांग कर चुके हैं।

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