ओ.पी. पाल
भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स के रूप में जाने जाते हैं और उनके नाम पर स्वत: ही हलचल पैदा हो जाती हैं, लेकिन उनकी भारत यात्रा के दौरान स्थिति बिल्कुल उलट नजर आई। कारण यहां बराक की जगह उनकी पत्नी मिशेल ओबामा ने ज्यादा सुर्खियां बटोरी। वो जहां परिवारिक माहौल में भारतीयों के साथ घुली-मिलती नजर आई। वहीं उन्होंने भारतीयों के साथ अपने निजी जीवन को भी साझा करने में कोई परहेज नहीं किया।
भारत की तीन दिन की यात्रा पर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा वैसे तो दोनों ही भारतीयों के साथ सहज माहौल में दिखे, लेकिन मिशेल ओबामा कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में रही यानि अपने पति से ज्यादा उन्होंने भारतीयों को कहीं अधिक प्रभावित किया। मुंबई प्रवास के दौरान जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय व्यापारियों के साथ बैठक में गुणा भाग करने में व्यस्त थे तो उनकी पत्नी मिशेल ओबामा हिंदी गानों पर स्कूली बच्चों के साथ आमिर खान की फिल्म के गीत रंग दे बसंती पर डांस करती नजर आई। यहां तक कि मिशेल ने बच्चों को नई ऊंचाइयां छूने का मंत्र देते हुए अपने बचपन की कहानी बताकर बचपन को याद किया। जब एक बच्ची अमेरिका की प्रथम महिला से मिलकर अपना सपना पूरा होने की बात कही तो मिशेल ओबामा ने कहा कि नहीं आप (बच्चे) मेरा सपना हैं कहकर एक मिसाल छोड़ी। अपने बच्चों के साथ काफी वक्त भारत में बिता चुकीं मिशेल ओबामा ने दिल्ली के क्राफ्ट्स म्यूजियम में कुछ बच्चों से मुलाकात की तो वहां बच्चों ने उनसे पूछा कि जब उनका बराक ओबामा से झगड़ा होता है तो कौन झुकता है। इस सवाल के जवाब में मिशेल ने मुस्कुराते हुए कि वह हमेशा तब तक इंतजार करती हैँ जब तक दुनिया के ताकतवर राष्ट्रपति उनसे माफी नहीं मांग लेते। क्योंकि वह एक महिला है। मिशेल ओबामा ने अपने इस दौरे में भारतीयों को काफी प्रभावित किया है। भारत दौरे में बराक ओबामा से ज्यादा सुर्खियां बटोरने का भारतीय मीडिया में छाई रही मिशेल एक सबूत है जिसमें बराक के बजाय ज्यादा धूम मिशेल ओबामा की रही। एक अंग्रेजी अखबार की खबर ने तो साफ जाहिर कर दिया कि बराक के बजाए मिशेल का जादू भारतीयों में ज्यादा चला। मिशेल ओबामा ने बच्चों के साथ ही अधिक समय बिताया है। मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में छात्रों के बीच समय बिताने वाली ओबामा दंपति के भाषणों के दौरान बोलने की कला में दो बार ग्रौमी अर्वार्ड हासिल करने वाले बराक ओबामा ने स्वयं कहा कि मिशेल उनसे कहीं ज्यादा अच्छी वक्ता हैं जिसके लिए वह उन्हें बहुत छेडती है। दिल्ली के राष्ट्रीय हस्तशिल्प एवं शिल्पकला संग्राहलय में भी मिशेल ने घंटो ऐसे बिताए जैसे वह भारतीय ही हों, जहां बच्चो के साथ खुल मिलकर उनसे बातें ही नहीं की, बल्कि खरीददारी करने में भी कसर नहीं छोड़ी। हिंदी के शब्दों का भी कई मौकों पर मिशेल ओबामा ने प्रयोग करने अपनी छाप भारतीयों पर छोड़ी। ओबामा दंपत्ति के भारत दौरे में कई ऐसे अन्य मौके भी आए जहां मिशेल ओबामा ने अपना प्रभाव छोड़ा है। यानि कुछ यूं कहा जा सकता है कि बराक से कहीं ज्यादा सुर्खियां बटोरने में मिशेल ओबामा आगे रही।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें