शनिवार, 23 अक्तूबर 2010

भारतीय संस्कृति का भी लुत्फ

ओ.पी. पाल
राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भारत विदेशी खिलाड़ियों और मेहमानों को भारतीय संस्कृति से जुडी कला संस्कृति, नाटक और पेंटिंग जैसी संस्कृतियों से भी रूबरू कराएगा, इसके लिए पर्यटन, संस्कृति, कला अकादमियों जैसे विभागों से कुछ कंपनियों ने भागीदारी सुनिश्चित की है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम सेलीबे्रट के सिलसिले में भारत की शीतल पेय कंपनी कोका कोला ने अपनी भागीदारी का ऐलान करके विदेशी मेहमानों और खिलाड़ियों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए भारतीय संस्कृति का लुत्फ देने की पूरी तैयारी कर ली है।
19वें राष्ट्रमंडल खेल के सिलसिले में देश के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन दिल्ली सेलीब्रेट्स के लिए कोका-कोला इंडिया ने दिल्ली टूरिज्म के साथ गठबंधन की आज यहां घोषणा की है। इस उत्सव में संगीत, रंगमंच, फिल्म की दुनिया से जुड़े पांच हजार से अधिक मशहूर कलाकार जैसे शंकर, एहसान, लॉय, दलेर मेंहदी, कुणाल गांजावाला, कैलाश खेर, हरिहन, जावेद अख़्तर, शबाना आजमी, पं. हरिप्रसाद चैरसिया, विश्वमोहन भट्ट, शुजात खान, शिवमणि आदि रंगममंच और फिल्मी हस्तियां एक से 14 अक्टूबर दिल्ली में अपनी प्रस्तुति देंगे। इस सांस्कृतिक उत्सव के दौरान म्युजिक शो, ड्रामा और थियेटर, फिल्म समारोह, खाद्य समारोह, लेजर षो और युवा उत्सव तैयारी की गई है। कोका-कोला इंडिया ने इस दौरान बड़े पैमाने पर फ्री सैंपलिंग प्रोग्राम की योजना बनायी है जो दिल्लीवासियों के बीच आशा और खुषियों का संचार करेगी। राष्ट्रमंडल खेलो को आकर्षक बनाने की दिशा में दिल्ली पर्यटन व दिल्ली सरकार के संस्कृति प्रधान सचिव सुश्री रीना रे तथा हिंदुस्तान कोका कोला बेवेरेजसे प्रा. लि. के उपाध्यक्ष अकील मोहम्मद ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के सिलसिले में सोमवार को एक करार पर हस्ताक्षर किये। ो। इस दौरान इस उत्सव में 5000 से अधिक संगीतकार, रंगमंचीय हस्तियां, खान-पान की दुनिया से जुड़े पेशेवर और यहां तक कि साहित्यकारों को भी विषेश रूप से जोड़ा गया है जो दिल्ली की मशहूर मंजिलों पर अपना हुनर प्रदर्षित करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान विदेश से आने वाले सैलानी सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रमों को भरपूर लुत्फ उठा सकेंगे। वैसे राष्टÑमंडल खेलों के दौरान प्रतिदिन औसतन छह और दस दिनों के भीतर लगभग पांच दर्जन लोकप्रिय नाटकों का मंचन भी किया जाएगा। नाटकों की लोकप्रियता को देखते हुए विदेशी मेहमानों को दिखाने के लिए दिल्ली सरकार ने इन्हें प्रायोजित करने की पहले ही घोषणा की है। राष्ट्रमंडल के दौरान दिल्ली श्रीराम भारतीय कला केन्द्र रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका 'श्रीराम' के 10 विशेष शो आयोजित करेगा। यह शो पूरी तरह से विदेशी मेहमानों के लिए होगा। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रमंडल खेलों को देखते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) महीने भर के अंदर 37 नाटकों के 49 शो करेगा। एनएसडी के जनसंपर्क अधिकारी अनूप बरूआ के अनुसार 6 से 16 सितम्बर तक नार्थ ईस्ट थियेटर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें असमी, गारो, मिजो, राभा, मणिपुरी व ब्राजवली आदि स्थानीय भाषाओं के 9 नाटकों का मंचन होगा। एनएसडी रंगमंडल दो नाटकों 'लिटिल बिग ट्रेजडीज' के सात शो व 'बेगम का तकिया' के पांच शो करेगा। खेल के समय 1 से 15 तक जश्ने-ए-बचपन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारत समेत नेपाल, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और जर्मनी के कुल 26 नाटक मंचित होंगे। इसके अलावा इस दौरान देश भर से आये 600 बाल कलाकारों का दल एनएसडी द्वारा आयोजित बाल संगम नाट्य महोत्सव के तहत अपनी नाट्य कला का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान संगीत नाटक अकादमी की ओर से 4 से 13 अक्टूबर के बीच श्रीराम सेंटर में नृत्य-संगीत के दर्जन भर कार्यक्रम आयोजित होगे। जबकि श्रीराम सेंटर गेम्स और खिलाड़ियों को वेलकम करने के लिए 'भूमि कन्या पिता' नाटक का तीन शो आयोजित करेगा। यह शो 28 से 30 सितम्बर के बीच श्रीराम पेक्षागृह में आयोजित किये जाएंगे। यानि राष्ट्रमंडल खेलों में विदेशी मेहमानों को भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं से भी रूबरू कराने की तैयारियां पूर्ण की जा चुकी हैँ।

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