रविवार, 31 अक्तूबर 2010

भारत की सफलता से जलता है आस्ट्रेलिया?

क्रिकेट की हार से मचाया उत्पात
ओ.पी. पाल
देश में बेहद सफल रहे राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर दुनियाभर में भारत की तारीफ हो रही है। यहां तक कि विदेशी मीडिया खासकर आस्ट्रेलियाई अखबारों ने भी इस सफलता के लिए भारत के लिए कसीदे पढ़े, लेकिन भारत अये आस्ट्रेलियाई दल को शायद क्रिकेट में भारत के हाथों पोंटिंग एंड पार्टी को क्लीन स्वीप होना बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने खेल गांव में जमकर उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ तक कर ड़ाली। इसी जुनून में हॉकी के फाइनल में आस्ट्रेलियाई टीम स्वर्ण पदक तो झटक ले गई, लेकिन भारत की सफलता आस्ट्रेलिया को हजम नहीं होती इसका जीता जागता सबूत छोड़ गई है।
दरअसल खेल जगत में आस्ट्रेलिया दुनिया पर बादशाहत करना चाहता है, जिसके कारण बंगलूरू क्रिकेट टेस्ट मैच में भारत के हाथों पोंटिंग की अगुवाई वाली आस्ट्रेलियाई टीम की हार को राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने आये आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बर्दाश्त नहीं कर सके, क्योंकि भारत ने दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में आस्ट्रेलिया को क्लीन स्वीप कर दिया था। जैसे ही महेन्द्र सिंह धोनी की टीम ने इतिहास में पहली बार आस्ट्रेलियाई टीम को क्लीन स्वीप किया तो खेल गांव में ठहरे आस्ट्रेलियाई दल ने अपनी पूरी प्राकाष्ठा लांघ दी और उसे आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की खस्ता हालत बर्दाश्त नहीं हुई। इसी बौखलाहट का अंजाम यह हुआ कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने खेल गांव में हुड़दंग मचाते हुए भारतीय सम्पत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया। बताया जा रहा है कि कुछ एथलीटों ने खेल गांव में तोड़ फोड़ करने के बाद एक वॉशिंग मशीन को आठवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया तथा फर्नीचर तोड़ डाला। क्रिकेट में हार से बौखलाए आस्ट्रेलियाई दल ने इलेक्ट्रिक वायरिंग भी उखाड़ फेंकी। यानि इन खिलाड़ियों में क्रिकेट की हार का सदमा इस कदर था कि महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ भी नारे लगाने से भी वे बाज नहीं आए। दिल्ली पुलिस के सूत्रों की माने तो उसे खेल गांव के रिहायशी इलाके से एक टूटी वॉशिंग मशीन मिली है, जिसके टूटने के कारणों का पता लगाने में वह जुटी भी हुई है। ऐसा लगता है कि राष्ट्रमंडल खेलों की सफलता और फिर क्रिकेट में भारत की ही धरती पर आस्ट्रेलिया को करारी हार कतई बर्दाश्त नहीं हुई। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि भारत के साथ हॉकी फाइनल में आस्ट्रेलियाई टीम ने पूरे जुनून के साथ क्रिकेट में मिली हार का बदला चुकाने की ठान ली थी और यह जुनून भारतीय हॉकी पर हावी होता भी दिखा। खेल गांव में आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों द्वारा की गई तोड़फोड़ और उत्पाती हंगामे की पुष्टि आस्ट्रेलियाई अखबार हेरल्ड सन के हवाले से क्रॉसव्हाइट ने भी कर दी है। इस अखबार के सूत्रों के अनुसार खेल गांव में आस्ट्रेलियाई रिहायशी इलाके की आठवीं मंजिल से एक वॉशिंग मशीन फेंकी गई। क्रॉसव्हाइट ने अन्य देशों के खिलाड़ियों पर आरोप मढ़ने का भी प्रयास किया, लेकिन इस बिल्डिंग में केवल आस्ट्रेलियाई ठहरे हुए थे, इसलिए आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के इस हंगामे से छुटकारा पाना नामुमकिन होगा। खेल गांव के प्रभारी लेफ्टिनेंट जनरल अशोक कपूर का कहना है कि आठवीं मंजिल से वॉशिंग मशीन फेंकने की घटना के बारे में आस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन ने पहले ही माफी मांग ली है, जो इस घटना की पुष्टि को और भी पुख्ता करता है। राष्ट्रमंडल खेलों की सफलता के साथ आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर लगे आरोपों से जाहिर हो रहा है कि उसे भारत की सफलता रास नहीं आती चाहे वह किसी भी क्षेत्र में ही क्यों न हो। हालांकि भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों की सफलता के सामने एक सूक्ष्म घटना माना है। विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने इस घटना छोटा सा मामला बताते हए कहा कि इसका हल निकाला जाना चाहिए ताकि भारत और आस्ट्रेलिया के बीच जारी मधुर संबन्धों में दरार न आए। हालांकि कृष्णा ने कहा कि दोनों देश इस मामले को आपस में सुलझा लेंगे। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत का कहना है कि अभी तक इस मामले में आयोजन समिति की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है और ना ही कोई मामला दर्ज किया गया है। जबकि आस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन ने दल प्रमुख पेरी क्रॉसव्हाइट के हवाले से कहा कि एक आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को अनुशासनात्मक कारणों से दिल्ली से वापस स्वदेश भेजा गया है।

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