शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

दिसंबर में होगा कांग्रेस का महाधिवेशन!

संगठनात्मक चुनाव की समीक्षा को बनेगी समिति
ओ.पी. पाल
कांग्रेस के 125वें वर्ष के उपलक्ष्य में विभिन्न राज्यों में चलाये जा रहे कार्यक्रमों के समापन समारोह कांग्रेस के महाधिवेशन के रूप में होगा। ऐसे संकेत कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में दिये गये कि कांग्रेस का महाधिवेशन 20 दिसंबर से पहले आयोजित होगा। कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने देशभर में कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों की जारी प्रक्रिया को दीपावली तक पूरा करने की हिदायत दी गई है।
कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में संगठनात्मक मुद्दों और कांग्रेस की 125वीं वर्षगांठ के मौके पर देशभर में आयोजित हो रहे समारोह के बारे में भी चर्चा की गई। साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सम्मेलन आयोजित करने और पार्टी के महाधिवेशन के आयोजन के बारे में भी विचार हुआ। समिति में संगठनात्मक चुनावों पर भी चर्चा की गई, जिसमें कुछ सदस्यों का सुझाव रहा कि पार्टी के संविधान में हुए परिवर्तन में दो तरह के सदस्यों की जगह एक ही तरह से सदस्य बनाने की प्रक्रिया की समीक्षा के लिए एक स्माल कमेटी गठित की जाए जो संगठनात्मक चुनावों की समीक्षा कर सके। वहीं सदस्यों की राय थी कि कांग्रेस के महाधिवेशन से पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक होनी चाहिए जिसे समिति ने स्वीकार कर दिया और तय किया गया कि
कांग्रेस कार्यसमिति की यह बैठक दीपावली से पहले आयोजित की जाएगी। वहीं कांग्रेस के महाधिवेशन 20 दिसंबर से पहले आयोजित करने के प्रस्ताव को भी समिति ने हरी झंडी दी,जो कांग्रेस के 125वें साल के जारी कार्यक्रमों के समापन समारोह से संबद्ध होगा, लेकिन यह महाधिवेशन दिल्ली या अन्य किसी राज्य में होगा, इस पर राज्यों से मिलने वाली राय के बाद तय किया जाएगा। वहीं बैठक में संगठनात्मक चुनावों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने संगठनात्मक चुनावों के प्रभारी को शेष काम को दीपावली से पहले ही पूरा करने को कहा है। हालांकि अभी तक राज्यों की कांग्रेस ईकाई और कांग्रेस सदस्यता अभियान के कार्यो पर श्रीमती गांधी ने संतोष व्यक्त किया। कांग्रेस मीडिया प्रभारी जनार्दन द्विवेदी ने यह भी संकेत दिये कि पीसीसी का गठन महाधिवेशन से पहले होने वाली एआईसीसी की बैठक से पूर्व ही संपन्न करा लिया जाएगा। कांग्रेस महाधिवेशन में कांग्रेस संविधान और अन्य प्रस्तावों को पारित करने के लिए एजेंडे में शामिल किया जाएगा। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार इन्हीं संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों द्वारा कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव भी करा लिया जाएगा। इस चुनाव प्रक्रिया के बाद कांग्रेस का ध्यान कांग्रेस महाधिवेशन पर होगा। कांग्रेस संचालन समिति की इस बैठक में जहां तक अन्य मुद्दों का सवाल है उसमें सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री पी.चिदम्बरम ने अयोध्या फैसले के बाद उत्पन्न स्थिति और साथ ही कश्मीर के हालात के बारे में समिति को अवगत कराया। गत 30 सितंबर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद स्वामित्व मामले पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ का फैसला आने के बाद कांग्रेस की नीति निर्धारित करने वाली शीर्ष इकाई की यह पहली बैठक थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि बैठक में यह राय थी कि कश्मीर पर केन्द्र सरकार की हाल की पहल से वहां स्थिति में सुधार आया है। इस संचालन समिति की इस बैठक में कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के अलावा रक्षा मंत्री एके एंटोनी, पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, स्वास्थ्य मंत्री गुलामनबी आजाद, जी. वेंकट स्वामी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह हिस्सा नहीं ले सके।

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