ओ.पी. पाल
राष्ट्रमंडल खेलों में वैसे तो नेटबाल को पहली बार कुआलालम्पुर राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था, लेकिन भारत की मेजबानी में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय नेटबाल की टीम पहली बार हिस्सा ले रही है और भारतीय नेटबाल टीम से उलटफेर करने की कुबत रखने के साथ पदक की उम्मीद रखना बेमानी नहीं होगा।
उन्नीसवें राष्ट्रमंडल खेल दिल्ली में तीन अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक होने हैं जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। तीन अक्टूबर को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में उद्घाटन के बाद चार अक्टूबर से प्रतियोगिताओं का दौर शुरू हो जाएगा। राजधानी के त्यागराज स्टेडियम में चार से 14 अक्तूबर तक होने वाली नेटबाल स्पर्धा में भारत के साथ इस खेल के पावरहाउस न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड सहित कुल 12 टीमें भाग लेंगी। सातवीं एशियाई युवा नेटबाल चैंपियनशिप में भारतीय नेटबाल टीम मलेशिया, श्रीलंका और सिंगापुर के बाद चौथे स्थान पर रही थी भारत की नेटबाल राष्ट्रीय कोच पांचाली तातके का दावा है कि देश की टीम युवा और उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी। भारत की नेटबाल टीम से देशवासियों को भी उम्मीद है कि वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक लाकर देश को गौरवान्वित करें। नेटबाल स्पर्धा को पहली बार राष्टÑमंडल खेलों में वर्ष 1998 में कुआलालम्पुर में प्रवेश दिया गया था, जिसमें केवल महिला टीम ने ही भाग लिया था। भारतीय नेटबाल टीम ने 19वे राष्ट्रमंडल खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने की दिशा में इसी साल फरवरी में आस्ट्रेलिया और पिछले साल जून में सिंगापुर का दौरा किया था। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पदक का लक्ष्य साधते हुए भातरीय नेटबाल टीम मार्च से नोएडा के ग्लोबल जेनेसिस स्कूल में कड़ा अभ्यास कर रही थी, जो पूरे बुलंद हौंसले के साथ खेलगांव में दाखिल हो चुकी है। कोच पांचाली का कहना है कि इन खेलों में हमारी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की टीमों के साथ खेलने का मौका मिलेगा। भारत के पास छह फुट तीन इंच लंबी नेहा और दीपाली जैसी कई अच्छी खिलाडी हैं। वहीं छत्तीसगढ़ी की प्रीति बंछोर के स्थान पर शामिल की गई मेघा जैसी खिलाडी के शामिल करने से भारत की टीम मजबूत नजर आ रही है। उनका यह भी दावा है कि अन्य देशों के मुकाबले भारतीय टीम के पास हालांकि अनुभव कम है लेकिन टीम का ध्यान घरेलू दर्शकों के सामने अच्छा प्रदर्शन कर रैंकिंग बेहतर करने पर होगा। पांचाली यह भी कहती हैं कि उनकी खिलाड़ियों के पास अनुभव भले ही कम है लेकिन वे युवा हैं और करिश्मा कर सकती हैं। टीम अच्छे प्रदर्शन से रैंकिंग सुधारने की कोशिश करेगी। वहीं भारतीय टीम को घरेलू माहौल का भी फायदा मिलेगा। नेटबाल महासंघ के अध्यक्ष गुरबीर सिंह ने भी भारतीय टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि सभी खिलाडियों ने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बहुत मेहनत की है और उम्मीद है कि वे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी। राष्टÑमंडल खेलों के प्रति भारतीय टीम को मानसिक तौर पर तैयार करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण और खेल महासंघ ने मनोवैज्ञानिक शिविर भी आयोजित किये हैं जिसमें भारतीय नेटबाल टीम की 17 खिलाड़ियों को अभ्यास शिविर के लिए चुना गया था।
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