शनिवार, 23 अक्तूबर 2010

राष्ट्रमंडल खेलों का क्रिकेट से मुकाबला!

ओ.पी. पाल
देश में पहली बार आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए केंद्र सरकार और आयोजन समिति के लिए न जाने कितनी बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और उसका सिलसिला ऐसे समय भी पीछा छोड़ने को तैयार नहीं है जब खेलों के शुरू होने में करीब एक सप्ताह ही रह गया है। आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का भारत दौरा भी राष्ट्रमंडल खेलों के आड़े माना जा रहा है, जिसमें कई वर्षा तक दुनिया की चोटी की टीम रही आस्ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाले मैचों के प्रति खेल प्रेमियों का जुनून कुछ ज्यादा ही देखा गया है जिसके राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान दर्शकों का विभाजन होने से इंकार नहीं किया जा सकता यानि यूं भी कहा जा सकता है कि राष्ट्रमंडल खेलों का सीधा मुकाबला क्रिकेट से होने जा रहा है।
देश को पहली बार मिली राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी में केंद्र व दिल्ली सरकार के अलावा आयोजन समिति को इनकी तैयारी के लिए न जाने कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है यह सर्वविदित है। आगामी तीन अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले 19वें राष्ट्रमंडल खेलों के शुरू होने में केवल आठ दिन ही शेष रह गये हैं, लेकिन भारत के सामने इनके आयोजन में आने वाली अड़चने थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अन्य मुश्किलों के अलावा भारत में क्रिकेट मैचों का आयोजन और वह भी आस्ट्रेलिया जैसी टीम के साथ, क्रिकेट के जुनून का सबब ही साबित होगा। भारत-आस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दोनों टेस्ट मैच सीधे राष्ट्रमंडल खेलों से टकरा रहे हैं। आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम रिकी पोंटिंग की अगुवाई में भारत में आ चुकी है, ऐसे में इस क्रिकेट श्रंखला को टालना भी अब संभवन नहीं होगा। आस्ट्रेलिया को भारत के साथ एक से पांच अक्टूबर तक मोहाली में भारत के साथ पहला टेस्ट मैच खेलना है, जबकि दूसरा टेस्ट बंगलौर में 9 से 13 अक्टूबर के बीच होगा। हालांकि इससे पहले 25 सितंबर से आस्ट्रेलिया बीसीसीआई एकादश से तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेल रही है। यहां बात भारत बनाम आस्ट्रेलिया के बीच होने वाले टेस्ट मैचों की है जो सीधे राष्ट्रमंडल खेलों की तिथियों से टकरा रहे हैं। सूत्र तो यहां तक भी बता रहे हैं कि भारत-आस्ट्रेलिया श्रंखला को लेकर राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति और बीसीसीआई के बीच ठनी हुई है और बीसीसीआई से खेल आयोजन समिति पूरी तरह खफा है। इसका कारण सीधा है कि दुनिया में क्रिकेट का जुनून अन्य सभी खेलों के मुकाबले ज्यादा है और वह भी कई सालों तक लगातार दुनिया की नम्बर एक टीम आस्ट्रेलिया से भारत का टेस्ट मुकाबला होना है।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में तीन अक्टूबर को 19वें राष्ट्रमंडल खेलों का उद्घाटन होना है, जबकि इससे दो दिन पहले ही भारत और आस्ट्रेलिया का टेस्ट मैच शुरू हो चुका होगा। ऐसे में देश में एक साथ दो आयोजनों के लिए सरकार के साथ सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा की होगी? जबकि राष्ट्रमंडल खेल की तैयारी, सुरक्षा और अंदरूनी खींचतान जैसी चुनौतियों से देश पहले ही जूझ रहा है। ऐसे समय में दो टेस्ट मैच और तीन एक दिवसीय मैचों की श्रंखला खेलने भारत आई आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का दौरा खेल प्रेमियों के सामने क्रिकेट की दीवानगी पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह भी देखने को मिलेगा। हालांकि आस्ट्रेलियाई टीम को चौथे नंबर पर धकेल कर भारत दुनिया की शीर्ष टीमों में है, लेकिन आस्ट्रेलिया इन दोनों टेस्ट मैचों को भारत को नीचे धकेलकर अपने आपको विश्व रैंकिंग में ऊपर आने का दृष्टिकोण रखता है। लिहाजा क्रिकेट श्रंखला भी दिलचस्प होगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के एक सूत्रों का कहना है कि आस्ट्रेलियाई टीम का दौरा अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर का हिस्सा है और क्रिकेट आस्ट्रेलिया के साथ मिल कर इस पर आखिरी सहमति बनानी है। बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी रत्नाकर शेट्टी पहले कह चुके हैं कि बीसीसीआई ने आस्ट्रेलिया से अनुरोध किया था कि सात वनडे मैचों की सीरीज की जगह वह यहां दो टेस्ट मैच और तीन वनडे मैच खेले और मैचों की तिथियां भारत में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से न टकराए, लेकिन दो टेस्ट और तीन वनडे का अनुरोध तो स्वीकार कर लिया गया, लेकिन टेस्ट मैचों की तिथियां फिर भी राष्ट्रमंडल खेलों से टकरा रही हैं। ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान कम से कम टेलीविजन पर दर्शकों की संख्या बंटना तय है और भारत में क्रिकेट को लेकर जुनून इतना है कि वह दूसरे खेलों के बजाए क्रिकेट ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में देखना है कि क्रिकेट श्रंखला का राष्ट्रमंडल खेलों पर कितना प्रभाव पड़ता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें