शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

गोल्डन परी साबित हुई हरियाणा की लाडली

ओ.पी. पाल
राष्ट्रमंडल खेलों में हरियाणा की लाडली अनीसा सैय्यद ने निशानेबाजी में दो स्वर्ण पदक जीतकर जो सुर्खियां बटोरी हैं उससे वह बेहद उत्साहित हैं, जिनका लक्ष्य लंदन में होने वाले 2012 के ओलंपिक खेलों में अधिक से अधिक पदक जीतने का है। उनका मानना है कि निशानेबाजी में सोने पर लग रहे निशाने यह साबित करते हैं कि यदि अच्छा कोच मिला तो लंदन ओलंपिक में भारतीय
निशानेबाजों पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का सहज ही भरोसा किया जा सकता है।
हरियाणवी अनीसा सैय्यद ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल पेयर्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद बुधवार को भी एक और सोने पर निशाना लगाया। सुर्खियों में आई अनीसा को अफसोस है कि उनके पास अच्छा कोच नहीं है जिसका होना जरूरी है। भारतीय निशानेबाज जो भी सफलता हासिल कर रहे हैं वह उनके खुद के प्रयासों का नतीजा है। राष्ट्रीय टीम के साथ एक कोच (सन्नी थॉमस) है,
जिनसे स्वाभाविक उम्ममीद नहीं कि वह सभी खिलाड़ियों पर बराबर ध्यान दे सकें। इसलिए हमें अपनी कमजोरियों से पार पाने के लिए खुद ही रास्ता ढूंढना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निशानेबाजी में अलग अलग तरह की स्पर्धाएं होती हैं और इसलिए इसमें अलग अलग कोच की जरूरत पड़ती है। अनीसा का कहना है कि हम किसी विदेशी कोच की ही मांग नहीं कर रहे है, बल्कि हमें ऐसा कोच चाहिए जो पूरी तरह से हम पर ध्यान दे सके, भले ही वह भारतीय हो। उनका मानना है कि यदि भारतीय निशानेबाजों को अच्छा कोच मिल जाता है तो लंदन ओलंपिक में उनके प्रदर्शन का सफर स्वर्णिम होगा। अनीसा ने कहा कि हां हमने कई बार इस बारे में बात की, लेकिन उनकी भी कुछ समस्याएं हो सकती हैं। अनीसा ने भारतीय निशानेबाजों के अच्छे प्रदर्शन के राज के बारे में कहा कि सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास उनकी सफलता में शुमार है। उनका मानना है कि यदि हम सकारात्मक होकर खेलेंगे तो परिणाम भी सकारात्मक निकलेगा और इसका हमें फायदा भी मिला है। पुणे में पली बढ़ी और शादी के बाद फरीदाबाद में बसने वाली अनीसा महसूस करती है कि निशानेबाज जितना अच्छा प्रदर्शन करते हैं उन्हें उतने अधिक प्रायोजक नहीं मिल पाते हैं। अनीसा स्वयं इस मामले में खुद को भाग्यशाली मानती हैं क्योंकि उनके पति मुबारक हुसैन की कंपनी तुलिप टेलीकाम ने उन्हें न सिर्फ नौकरी दी बल्कि बंदूक खरीदने में उनकी मदद भी की है। अपने वर्तमान नियोक्ता तुलिप टेलीकॉम को धन्यवाद देते हुए अनीसा कहती है कि उनके उत्साहवर्धन से ही वह अपना प्रदर्शन करने में सफल रही है।

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