राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय निशानेबाजों, पहलवानों और भारोत्तोलकों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश को पदक तालिका में दूसरे स्थान पर विराजमान कर दिया है और अब भारत के एथलीट भी इस बार इन खेलों में अपना हुनर दिखाने को पूरी तरह से तैयार हैं। भारतीय एथेलिटों का मकसद है कि पदक तालिका में भारत को शीर्ष पर पहुँचाया जाये।

एथलेटिक्स में पुरूष शॉट पुट, पुरुष चक्का फेंक, महिला चक्का फेंक और चार गुणा 400 महिला रिले प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले भारतीय एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहे एथलीटों में शीर्ष पांच में शुमार हैं। महिला चक्का फेंक में भाग लेने वाली एथलीट कृष्णा पूनिया और हरवंत कौर
शीर्ष पांच एथलीटों में शामिल हैं जबकि एक अन्य एथलीट राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी सीमा अंतिल छठे स्थान पर है। भारत को महिला चक्का फेंक में दो पदकों की उम्मीद है। इसके अलावा महिला 800 मीटर दौड की एथलीट टिंटू लुका ने भी पिछले कुछ महीनों में अपने प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार किया है और उन्होंने 15 वर्षीय राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी शिनी विल्सन का 1.59.85 का रिकॉर्ड तोड़कर 1.59.17 में दौड़ पूरी कर वीटीबी बैक कोन्टिनेंटल कप जीता है। लुका इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में छह शीर्ष एथलीटों में शामिल हैं। हालांकि पी टी ऊषा की शिष्या लुका के लिए पदक जीतना इतना आसान नहीं होगा। उनका मुकाबला पेइचिंग ओलंपिक पदक विजेता केन्या की नैन्सी जेबेट लागट 1.57.75. केन्या की ही एक अन्य एथलीट जानीथ जेप्कोस्गेई 1.57.84. और जमैका की सिन्क्लेयर 1.58.16. जैसी एथलीटों से होगा। इसलिए 800 मीटर महिला दौड़ में पदक जीतने के लिए कड़ा मुकाबला होगा। भारत को उम्मीद है कि एथलीट शानदार प्रदर्शन करेंगे।
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