ओ.पी. पाल
कांग्रेस प्रमुख श्रीमती सोनिया गांधी ने देश में 18 राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए राष्ट्रीय और राज्य ईकाईयों में 33 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की नीति को शुरू किया है जिसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निर्देश भी जारी कर दिये हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह और जी परमेश्वर को पार्टी की क्रमश: पंजाब और कर्नाटक इकाई का प्रमुख नियुक्त किया है। इसके साथ ही पार्टी की 18 प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है। रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश में, मानस रंजन भुइयां पश्चिम बंगाल में, जयप्रकाश अग्रवाल दिल्ली में और भुवनेश्वर कालिता असम में फिर से प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। राज्य इकाइयों ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत किया गया था। केंद्रीय चुनाव समिति के चेयरमैन आस्कर फर्नांडीस द्वारा जारी प्रदेशाध्यक्षों की सूची के अनुसार असम में भुबनेश्वर कालिता, हिमाचल प्रदेश में कौलसिंह ठाकुर, कर्नाटक में डा. जी. परमेश्वर, केरला में रमेश चेन्नीथाला, पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, पुडुचेरी में एवी सुब्रह्मण्यम, उत्तराखंड में यशपाल आर्य, उत्तर प्रदेश में श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, पश्चिम बंगाल में मानस रंजन भुनिया, दिल्ली में जयप्रकाश अग्रवाल व चंडीगढ़ में बीबी बहल को राज्य ईकाई की बागडौर सौंपी गई है। इसके अलावा श्रीमती गांधी ने अरुणाचल प्रदेश में नबाम तुकी, मणिपुर में गैखानगम, मेघालय में फ्राइडे लिंगदोह, मिजोरम में लालथंगवाला, नागालैंड में एसआई जमीर, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में कुलदीप शर्मा तथा लक्ष्यदीप में पोनिक्कम शाईखोया को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। तीन दर्जन अध्यक्षों की इस घोषणा में ज्यादातर अध्यक्षों को पुन: मौका दिया गया है।
देश में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में महिला आरक्षण को पार्टी में लागू करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी पूरी तरह से गंभीर है। इसी दिशा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य इकाइयों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश इकाइयों में एक तिहाई सीटों पर महिलाओं की नियुक्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार महिलाओं को सशक्त किए जाने के मुद्दे पर गंभीर सोनिया गांधी ने कहा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्यों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। देश भर में एआईसीसी के करीब एक हजार सदस्य हैं जिनसे कांग्रेस कार्यसमिति के लिए निर्वाचन मंडल का गठन होता है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी प्रमुख ने प्रदेश इकाइयों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि एक तिहाई पदों पर महिलाओं की नियुक्ति हो। यह भी गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति के लिए नवंबर में चुनाव होने हैं। करीब एक दशक पूर्व संगठन में एक तिहाई आरक्षण सुनिश्चित करने में सोनिया की अहम भूमिका रही और कांग्रेस इसे लागू करने वाली पहली राष्ट्रीय पार्टी थी। सोनिया ने राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने में उल्लेखनीय भूमिका निभायी थी। इसके विपरीत लोकसभा में इस बिल को लाए जाने के बारे में अभी तक औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। सोनिया के निदेर्शों के कारण एआईसीसी के कई मौजूदा सदस्य दोबारा नहीं चुने जा सके। वहीं राज्य इकाइयों को उचित उम्मीदवारों की तलाश में मेहनत करनी पड़ रही है। वर्ष 1998 से लगातार कांग्रेस प्रमुख हैं और इस बार वह चौथी बार पार्टी प्रमुख चुनी गई हैं।
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